सेलिब्रिटी रेसलर जस्सा पहलवान जहाँ भी गए , जिधर भी गए , कुश्ती के मैदान में बेरहम सेनापति बने रहे , उन्होंने किसी को भी न बक्शा। जिसने भी जस्सा से लड़ने की हिम्मत की , उस वीर की गति हार में ही तब्दील हुई। कुछ लड़ाइयां यूँ तो बराबर भी रही पर उनकी गिनती कम हैं। मैंने जब भी इस गबरू पहलवान जस्सा पट्टी की इन ऐतिहासिक जीतों के बारे में लिखा तो कुछ लोगों की भौहें तन गई। कुछ ने तो यूट्यूब पे या फेसबुक जैसी सोशल साइट्स पर मुझे लिख ही डाला, " जब जस्सा हारता हैं , तब तुम वीडियो नहीं बनाते" उनकी सोच उनके साथ हैं , पर मेरा मानना अटल रहा, जिधर भी जस्सा गया उसने जीत के झंडे गाड़े।
कुश्ती के आज बड़े बड़े दंगल हो रहे हैं , लाखों करोड़ों के इनाम भी बांटे जा रहे हैं। लेकिन इन दंगलों में आज भी वारणा का दंगल शीर्ष पर हैं। और इस दंगल में देश भर के चोटी के पहलवानो को छांट , छांट कर उनकी कुश्ती कराई जाती हैं , देश के सबसे बड़े और सबसे नामी पहलवानो की ही पहली कुश्ती होती हैं। देश विदेश के पहलवानो ने यहाँ अपने जौहर दिखाए हैं। अगर देश में कोई बड़ा पहलवान हुआ और वो वारणा के दंगल में न लड़ा हो तो वो बड़ा पहलवान नहीं।
इस वर्ष के वारणा के दंगल में पहली कुश्ती सेलिब्रिटी रेसलर जस्सा पट्टी और किरण भगत के बीच बंधी। किरण भगत के नाम पर महाराष्ट्र के लोग कसम खा लेते हैं , सच में टॉप का पहलवान हैं , उसने जस्सा से भिड़ने की तैयारी भी बहुत की। कुश्ती की शुरुआत में ही किरण भगत ने जस्सा को लोट लगा कर फांस लिया और पैर खींच कर लोट मारी तो जस्सा चित्त होते होते बचे। मेरी इस बात का वारणा दंगल के आयोजकों को भी पता चल गया होगा की मैंने सच ही कहा था। जिसने भी पुछा मैंने कहा था की किरण भगत ही जस्सा के साथ बढ़िया कुश्ती लड़ सकता हैं। और उसने जस्सा को नीचे लेकर दिखाया की महाराष्ट्र में कुश्ती तेज होती हैं। लेकिन एक बार जस्सा समझे तो फिर हावी होते चले गए , जल्द ही जस्सा ने किरण भगत को काबू किया और करासुल पर चित्त कर कुश्ती अपने नाम कर मेरी लेखनी को सच साबित कर दिया। जिधर जिधर जस्सा चलता हैं जीत उधर ही हो लेती हैं। देश भर में मिटटी की कुश्ती को रोचक और रोमांचक बनाने वाले इस पहलवान की ऐतिहासिक जीत पर बहुत बहुत बधाई।
कुश्ती के आज बड़े बड़े दंगल हो रहे हैं , लाखों करोड़ों के इनाम भी बांटे जा रहे हैं। लेकिन इन दंगलों में आज भी वारणा का दंगल शीर्ष पर हैं। और इस दंगल में देश भर के चोटी के पहलवानो को छांट , छांट कर उनकी कुश्ती कराई जाती हैं , देश के सबसे बड़े और सबसे नामी पहलवानो की ही पहली कुश्ती होती हैं। देश विदेश के पहलवानो ने यहाँ अपने जौहर दिखाए हैं। अगर देश में कोई बड़ा पहलवान हुआ और वो वारणा के दंगल में न लड़ा हो तो वो बड़ा पहलवान नहीं।
इस वर्ष के वारणा के दंगल में पहली कुश्ती सेलिब्रिटी रेसलर जस्सा पट्टी और किरण भगत के बीच बंधी। किरण भगत के नाम पर महाराष्ट्र के लोग कसम खा लेते हैं , सच में टॉप का पहलवान हैं , उसने जस्सा से भिड़ने की तैयारी भी बहुत की। कुश्ती की शुरुआत में ही किरण भगत ने जस्सा को लोट लगा कर फांस लिया और पैर खींच कर लोट मारी तो जस्सा चित्त होते होते बचे। मेरी इस बात का वारणा दंगल के आयोजकों को भी पता चल गया होगा की मैंने सच ही कहा था। जिसने भी पुछा मैंने कहा था की किरण भगत ही जस्सा के साथ बढ़िया कुश्ती लड़ सकता हैं। और उसने जस्सा को नीचे लेकर दिखाया की महाराष्ट्र में कुश्ती तेज होती हैं। लेकिन एक बार जस्सा समझे तो फिर हावी होते चले गए , जल्द ही जस्सा ने किरण भगत को काबू किया और करासुल पर चित्त कर कुश्ती अपने नाम कर मेरी लेखनी को सच साबित कर दिया। जिधर जिधर जस्सा चलता हैं जीत उधर ही हो लेती हैं। देश भर में मिटटी की कुश्ती को रोचक और रोमांचक बनाने वाले इस पहलवान की ऐतिहासिक जीत पर बहुत बहुत बधाई।
Hero of Vaarna Dangal -2016
Wherever celebrity wrestler Jassa Patti went, he remained
like a warlord commanding over his arch rivals and defeating them inside the
arena while scores of awestruck people watched with gracious goodness . Jassa Patti never spared a single one, whoever
tried his luck got defeated in the ring however exceptions are always there . The
feats of Jasaa Patti left people speechless , and when I write about these
happenings people on the social media frowns at me , for them it seems that I
do not go and write when Jassa Patti had bad luck. I can’t do anything about this, as wherever I saw
him fight , it was all the same as I predicted or mentioned in my stories.
Now a days traditional kushtiwrestling has seen a sharp rise
in terms of competitions , Prize money, spectators or like anything. I have seen a a Dangal
where Prize money went to Rs. 1 Crore. It was like never before. While the
dangal at Varna was the greatest of them as ever before. Here the dangal committee
do thorough research and invite the best wrestlers in the fray, and for the
first prize match best of the best are paired against each other. This event
has been continuing since long , and every big wrestler of India has played
here in the past.
This time the first prize match was between celebrity wrestler
Jassa Patti and wrestler Kiran Bhagat. I was also one who suggested that Kiran
Bhagat will be a worthy opponent against Jassa , and it came true , the Dangal committee
took the suggestion and that is how the show is planned. Initially Kiran Bhagat
took a lead and attacked Jassa Patti well, Jassa Patti fell down, it was a near
pin. The Kushti is faster on the western side of India, here in Maharashtra.
While in Punjab, from where Jassa Belong Kushti is much slower and can go upto
hours. Jassa saved himself and grabbed the first chance to stand up and fight.
He easily controlled Kiran Bhagat in the third minute of the game and pinned
Kiran Bhagat easily on the fourth minute.
Jassa Patti proved my worth , as a writer about Kushti. My
words came true , I have always said that wherever Jassa goes the victory
followed him. I congratulate the mighty man , Sikh Sardarji wrestler for his
outstanding win and also thankful for making Kushti so much popular and
romantic.